दुश्मन

अपने दुश्मनों को माफ कर दो--यदि उनतक पहुंचने का तुम्हारे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है तो।-फ्रैंकलिन पी जोंस

कोई टिप्पणी नहीं:

[ ऐसी वाणी बोलिए ][ BLOG CREATED BY : RJV ] [ ENRICHED BY :adharshila ] [ POWERED BY : BLOGGER ]