सीमा

सम्‍भव की सीमा जानने का उपाय है कि थोड़ा आगे असंभव के दायरे में निकल जाइए। ---- आर्थर सी क्‍लार्क

कोई टिप्पणी नहीं:

[ ऐसी वाणी बोलिए ][ BLOG CREATED BY : RJV ] [ ENRICHED BY :adharshila ] [ POWERED BY : BLOGGER ]