बल

जिसकी भुजाओं में बल न हो, उसके मस्तिष्‍क में तो कुछ होना चाहिए। -- जयशंकर प्रसाद

कोई टिप्पणी नहीं:

[ ऐसी वाणी बोलिए ][ BLOG CREATED BY : RJV ] [ ENRICHED BY :adharshila ] [ POWERED BY : BLOGGER ]